Friday 26 July 2019

लक्ष्य निर्धारण


8.                    DREAMS/TARGET  ALLOCATION ( लक्ष्य निर्धारण ) 
      लक्ष्य निर्धारण हम कई बार करते हैं, और उनका जम कर प्रचार भी करते हैं, किन्तु जैसे ही कुछ समय बीतता है , हम पुनः एक नया लक्ष्य और नया कार्यक्रम टीम के समक्ष रख देते हैं , इस कृत्य से, हमारा लीडरशिप और टीम के समक्ष प्रभुत्व क्षीण होने लगता है, अतः लक्ष्य निर्धारण बेहद संतुलन  और समझदारी के साथ करें। लक्ष्य का निर्धारण करने से पूर्व निम्न बिंदुवों पर एक अभ्यास कर लें –
·        लक्ष्य वास्तविक है या नहीं
·        लक्ष्य का उद्धेश्य क्या है 
·        लक्ष्य पर आपको खुद विश्वास है या नहीं 
·        लक्ष्य के समरूप खुद में और टीम में क्षमता है या नहीं
·        लक्ष्य को प्राप्त करने में लगने वाला समय का मूल्य लक्ष्य के समानुपात में है या नहीं
·        लक्ष्य को प्राप्त करने की क्या प्रभावी योजना हो सकती है
·        प्रथम योजना के साथ बैक अप योजना क्या है
·        योजना हेतु संसाधन क्या क्या आवश्यक हैं और वह उपलब्ध है या नहीं उपरोक्त बिंदुवों को एक बार विचार में रख कर योजना बनाएँ और तदोपरांत लक्ष्य के लिए प्रयास प्रारम्भ करना चाहिए।
·        लक्ष्य के लिए समर्पण की भावना होनी चाहिए और आपके समर्पण के साथ टीम का समर्पण भी आवश्यक है।
·        लक्ष्य व्यग्तिगत लाभ हेतु नहीं निर्धारित होना चाहिए।
   उपरोक्त अभ्यास के उपरांत ही लक्ष्य बेहतर ढंग लिया जा सकता है। यदि आप अपनी टीम अर्थात कैश बॉक्स से एक बड़ा लक्ष्य पाना चाहते हैं तो , आपको अलग-अलग स्तर पर टीम बाँट कर सबमें छोटा छोटा लक्ष्य वितरित कर दीजिए , आप देखेंगे कि सामूहिक स्तर पर वही व्यापार कई गुना बड़ा होगा।