Friday, 20 March 2020

करोना वाइरस - क्या है? कैसे प्रभावित करता है ? बचाव क्या है ? कैसे आज की परिस्थिति से निपटें? आज की परिस्थिति का मानसिक रूप से कैसे सामना करें ?

ऋतु परिवर्तन के साथ ही जीवाणु/ विषाणु सक्रिय होते है, फलस्वरूप बीमारियाँ भी ज्यादा सामने आती हैं ।  हमारी भारतीय संस्कृति के तीज-त्योहार भी ऋतु परिवर्तन के अनुसार ही हैं , होलिका दहन , रंग खेलना , खिचड़ी , लोहड़ी आदि , इन पर्वों से जुड़े   हमारी संस्कृति के कर्मकांड भी साइंटिफिक कारण  जैसे  जगह जगह अग्नि प्रज्ज्वलन आदि , यह सब इन जीवाणुवों के प्रभाव को रोकने का ही तरीका है । किन्तु समय समय पर  इन  सूक्ष्म जीवों की  मारक क्षमताओं  मे भी परिवर्तन होता है ।
    आज हम सबके सामने एक भयावह रूप मे सामने आया है कोरोना वाइरस ।  ऐसा नहीं है कि यह कोई नया वाइरस कही उत्पन्न हुआ है , यह वाइरस फॅमिली है करोना , जिसका यह एक सदस्य कोविड -19 नामित किया गया है, जोकि मूलरूप से चमगादड़ को प्रभावित करता है , वह चीन के वुहान शहर में सर्वप्रथम मनुष्य में आया है। यह वाइरस मनुष्य के श्वसन तंत्र  को  प्रभावित करता है, और इसका प्रभाव फैलता ज्यादा है, प्रारम्भ में गुणित,द्विगुणित और बहुगुणित फैलता है ।    इसी के प्रभाव से हम सब आज इस स्थिति में आ गए हैं।  इस वाइरस का प्रसार हवा में नहीं फैलता है वरन ड्रोप्लेट अर्थात हमारे थूक से फैलता है ।
       इस लेख में मैं उन कॉमन बातों का अधिक उल्लेख नहीं कर रहा हूँ , जो कि समान्यतः आपको न्यूज़ चैनल आदि जगहों पर मिल जाएगा। प्रश्न यह है कि इस स्थिति में हम व्यावहारिक रूप में क्या करें ? कैसे अपने परिवार के साथ वर्ताव करें ?
आज हर घर में अधिकतर लोग न्यूज़ चैनल पर सिर्फ करोना का ही देख रहे हैं
, एक ही विषय की  वार्ता कई - कई चैनलों पर कई - कई घंटों लोग यही न्यूज़ देख रहे है,  सोशल मीडिया पर भी अलग अलग पटल (PLATFORM ) पर केवल और केवल यही सूचना आ रही है ।  इस हालत में , लोग हालात से ज्यादा मानसिक रूप से प्रभावित हो रहे हैं। विषेशरूप से जो लोग शुगर के मरीज है , उन्हे तो वाइरस से ज्यादा तनाव से बचना है , क्योंकि हमारे शरीर में सबसे कमजोर स्ट्रक्चर का एंजाइम इंशुलिन होता है , जोकि सीधे शरीर में शर्करा की मात्रा को बढ़ाता है, यानि तनाव से सीधे शुगर के मरीज को समस्या होगी , इसके साथ ही उनके इर्द -गिर्द परिवार के लोग प्रभावित होंगे । समस्या यहाँ ही होगी , क्योकि वर्तमान हालातों में डॉक्टर भी अतिव्यस्त होंगे और सहायता मिलने में भी असुविधा होगी । लगभग आज यही हालत प्रत्येक परिवार में हैं । तो ऐसे हालातों मे करना क्या चाहिए ? सरकार और स्वास्थ्य विभाग  द्वारा सुझाए गए सुरक्षा उपायों को  अपनाए  विभिन्न इम्मुनिटी बढ़ाने के आयुर्वेदिक उत्पाद जैसे - तुलसी , गिलोय ,आवला,नीबू आदि का अधिक प्रयोग करें ,   निम्न तरीकों से खुद को और परिवार के सदस्यों को व्यस्त रखें -
  • ·       घर में ही सपरिवार धार्मिक अनुष्ठान करें
  • ·       सपरिवार योग , व्यायाम  आदि करें
  • ·       पारिवारिक इंडोर खेल जैसे अंताक्षरी   आयोजित करें
  • ·       ऑनलाइन पारिवारिक सदस्यों या रिशतेदारों  के साथ गेम खेलें
  • ·       कोई फिल्म आदि लगा कर सपरिवार आनंद लें
  • ·       परिवार के साथ कोई कॉमेडी कार्यक्रम देखें
  • ·       छोटे बच्चों को आर्ट या अन्य एक्टिविटी में व्यस्त करें
  • ·       समय समय पर समाचार देखें किन्तु लगातार न देखें
  • ·       कोई धार्मिक सिरीज़ जैसे - रामायण , महाभारत आदि भी देख सकते हैं ।
  • ·       म्यूजिक के साथ सपरिवार डांस भी कर सकते हैं
  • ·       कैरिओके अन्य एप्प्स पर गाना भी गा सकते हैं
  • ·       ताश/ कैरम शतरंज और लूडो जैसे खेल खेलें

    इस प्रकार अपने अपने परिवार को व्यस्त रख कर आज के हालातों से अपने को और परिवार को   सुरक्षित रक्खें और सबका ख्याल रक्खें । 
Mahendra Srivastastava